daaru|दारू daaru|दारू
ये दारू कैसे आती हैं
नश नश में बस जाती हैं
जिसने इसका स्वाद चखा
उसे धरती से आसमान दिखा
दारू पीकर मैंने देखा
आसमान को मैं छू लेता
ब्रम्हांड की शैर किया
धरती की मैं नाप लिया
न याद मुझे कुछ रहता है
न भूल मुझे कुछ जाता है
दारू पीकर के मुझको
एक मस्त मजा आ जाता हैं
daaru|दार
जिंदिगी में जब मैं अकेला था
दारू ने मेरा साथ दिया
मैं मारने को जब आतुर था
टैब दारू ने मुझे थाम लिया
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