ऐसे गुजरे न रात दिन जमुना किनारे वो राधा तेरे बिना न लगे दिल मेरा जमुना किनारे वो राधा

तुम

तुम कमाल हो लगती बवाल हो रंग तुम्हारा लाल है लगती गुलाब हो।।

चुनाव

चुनाव हो गया परिणाम कोई भी हो सब आस लगाए बैठे हैं सत्ता के खातिर हर शख्स सब मुड़ खपाये बैठे है

सादगी।sadgi

सोने जैसा रंग है उनका काले काले बाल है ओठ गुलाबी लगते हैं टमाटर जैसे गाल हैं उनका हँसना हरियाली हैं…

बादलों के घर में।badalo ke ghar me

बादलों के घर मे पानी की कमी है धरती के कलेजे में थोड़ा सा नमी है धूप खिल रही है मगर कुहासे में छिप ग…

कभी-कभी।kabhi-kabhi

कभी-कभी कहीं कहीं कभी कभी कहीं कहीं तेरी याद आ रही हैं ।। जब तू थी मेरे पास न लगती थी कोई खास तेरे …

हुस्न के कारीगर।husn ke karigar

हुस्न के कारीगर तेरा कोई जवाब नही क्या सोचकर उनका हुस्न बनाया है।। मै ही नही हर शख्स उनके हुस्न का …

रक्षाबंधन।rakshabandhan

रक्षाबंधन में मेरे भाई तुम आना अपनी बहन का मान बढ़ाना ।। मैं राखी बाँधू तुम्हारी कलाई हो अपनी बहन क…

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